पेटीएम पेमेंट बैंक को 31 मार्च 2018 को समाप्त वित्त वर्ष में 20.7 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। इससे पिछले वित्त वर्ष में उसका घाटा 30.7 करोड़ रुपये पर था। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के पास जमा दस्तावेज से यह जानकारी दी गयी है।
पेटीएम पेमेंट बैंक की स्थापना अगस्त 2016 में हुई थी। औपचारिक तौर पर उसने 2017 में परिचालन शुरू किया था। टोफ्लर को मिले दस्तावेज के मुताबिक, 2017-18 में पेटीएम पेमेंट बैंक की कुल आय बढ़कर 721.9 करोड़ हो गयी।
बता दें कि इसकी तुलना में 22 अगस्त 2016 से 31 मार्च 2017 के दौरान उसकी आय 2.47 करोड़ रुपये थी। टोफ्लर ने कहा कि पेमेंट बैंक का कुल खर्च इस दौरान 740 करोड़ रुपये रहा।
वहीं उसने कहा कि बैंकों की अधिकांश आय (करीब 650 करोड़ रुपये) कमीशन, एक्सचेंज और ब्रोकरेज समेत वॉलेट का उपयोग शामिल है।
पेटीएम संस्थापक विजय शेखर शर्मा की पेटीएम पेमेंट बैंक में हिस्सेदारी 51 प्रतिशत है जबकि शेष हिस्सेदारी वन97 कम्युनिकेशंस की है।
जैसा कि हम सब जानते हैं पिछले दिनों पेटीएम ने एलआईसी के साथ साझेदारी की है। इसके तहत ग्राहक अब एलआईसी बीमा प्रीमियम का भुगतान एक मिनट से भी कम समय में कर सकते है। इस बात की जानकारी कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन ने दी।
30 से ज्यादा बीमा कंपनियों के प्रीमियम का आनलाइन भुगतान
कंपनी का कहना हैं कि पेटीएम पर 30 से ज्यादा बीमा कंपनियों के प्रीमियम का आनलाइन भुगतान किया जा सकता है। बता दें कि इन कंपनियों में एलआईसी, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल लाइफ, रियालंस लाइफ, मैक्स लाइफ इन्श्योरेंस, एचडीएफसी लाइफ, टाटा एआईए, एसबीआई लाइफ, आदित्य बिड़ला सन लाइफ, कैनरा एचएसबीसी लाइफ इन्श्योरेंस, श्री राम लाइफ और स्टार हेल्थ समेत अन्य कई बीमा कंपनियां शामिल हैं।