छोरी 2 मूवी रिव्यू : नुसरत भरुचा की हॉरर फिल्म ‘छोरी’ ने दर्शकों को डराने में सफलता पाई थी। अब ‘छोरी 2’ के रूप में इसका सीक्वल आया है, जिसमें नुसरत के साथ सोहा अली खान की दमदार वापसी हुई है। लेकिन क्या यह फिल्म अपने पूर्ववर्ती की तरह प्रभावशाली है? आइए जानते हैं।
छोरी 2 मूवी रिव्यू : कहानी की झलक
‘छोरी 2’ की कहानी साक्षी (नुसरत भरुचा) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने अतीत के भूतों से जूझ रही है। इस बार कहानी में नए किरदारों की एंट्री होती है, जिनमें सोहा अली खान का किरदार प्रमुख है। फिल्म में सामाजिक मुद्दों को भी छूने की कोशिश की गई है, लेकिन कहानी में नवीनता की कमी महसूस होती है।
अभिनय और निर्देशन
- नुसरत भरुचा : नुसरत ने अपने किरदार को ईमानदारी से निभाया है, लेकिन स्क्रिप्ट की कमजोरी उनके प्रदर्शन को सीमित करती है।
- सोहा अली खान : सोहा की वापसी प्रभावशाली है। उन्होंने अपने किरदार में गहराई लाने की पूरी कोशिश की है।
- निर्देशन : विशाल फुरिया का निर्देशन तकनीकी रूप से मजबूत है, लेकिन कहानी में नवीनता की कमी है।
तकनीकी पक्ष
- सिनेमैटोग्राफी : फिल्म की सिनेमैटोग्राफी प्रभावशाली है, जो हॉरर माहौल बनाने में मदद करती है।
- साउंड डिजाइन : साउंड इफेक्ट्स अच्छे हैं, लेकिन डराने में पूरी तरह सफल नहीं होते।
- एडिटिंग : फिल्म की लंबाई थोड़ी अधिक महसूस होती है, जिससे गति धीमी पड़ती है।
डर का स्तर
‘छोरी 2’ में हॉरर एलिमेंट्स हैं, लेकिन वे दर्शकों को डराने में पूरी तरह सफल नहीं होते। कहानी में ट्विस्ट की कमी है, जिससे हॉरर का प्रभाव कम हो जाता है।
समीक्षा सारांश
पक्ष | विवरण |
---|---|
कहानी | 2.5/5 |
अभिनय | 3.5/5 |
निर्देशन | 3/5 |
तकनीकी पक्ष | 3/5 |
कुल मिलाकर | 3/5 |
निष्कर्ष
‘छोरी 2’ एक औसत हॉरर फिल्म है, जिसमें नुसरत भरुचा और सोहा अली खान का अभिनय सराहनीय है। हालांकि, कहानी में नवीनता और डर की कमी है, जिससे फिल्म अपेक्षाओं पर पूरी तरह खरी नहीं उतरती।
देखें या नहीं?
यदि आप हॉरर फिल्मों के शौकीन हैं और नुसरत या सोहा के प्रशंसक हैं, तो एक बार देख सकते हैं। लेकिन अगर आप कुछ नया और डरावना अनुभव करना चाहते हैं, तो यह फिल्म शायद आपकी उम्मीदों पर खरी न उतरे।
सोशल मीडिया पर चर्चा
फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ दर्शकों ने सोहा अली खान की वापसी की सराहना की है, जबकि कुछ ने फिल्म की कहानी को कमजोर बताया है।
अंतिम विचार
‘छोरी 2’ एक ऐसी फिल्म है जो अपने पूर्ववर्ती की सफलता को दोहराने में असफल रही है। हालांकि, फिल्म में कुछ अच्छे पल हैं, लेकिन वे पूरी फिल्म को बचाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।